" " " नवरात्रि में नव दुर्गा- दुर्गा सप्तसती का पाठ ।
यह सब कथायें, प्रयोग- माँ बगलामुखी हो या माँ तारा हो अथवा माँ कात्यायनी पाठ केवल मिथ्या नहीं है, कई सदियों से चली आने वाली नवरात्रि की बेला एक ऐसा अवसर है, जब इस संसार का प्रत्येक भक्त-साधक अपने जीवन की आकांक्षाओं की पूर्ति " भौतिक, आध्यात्मिक, मानसिक, शारीरिक, तंत्र, प्रेत, अज्ञानता, अन्धकार पूर्ण स्थितियों से हमें निकाल कर्म प्रधान बनने की चेतना केवल माँ ही प्रदान कर सकती हैं।
" आने वाले नव दिवसों शिवि शिवि व स साधनात्मक का nächsten