अर्थात् युवा पुरूष नये वस्त्रों को धारण कर ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए विद्याध्ययन के पश्चात ज्ञान के प्रकाश से प्रकाशित होकर जब गृहस्थ आश्रम में प्रवेश करता है तो वह प्रसिद्धि प्राप्त करता है। "
यह संस्कार बiment " " इस संस्कार के साथ ब्रह्मचर्य आश्रम समाप्त हो था जा " " गुरूसे अनुमति मिलने पर स्नान सम्पन्न होता था। इसके. इसलिये यह संस्कार वेदनान-संस्कार भी कहलाता है।
" अब यह ब्रह्मचारी स्नातक कहलाता था। छत्र आदि सारी वस्तुये गुरू को भी अर्पित की जाती ी " उस विद्वत सभा के सम्मुख प्रायः स्नातक अपनी ज्ञान प्तिभा औऔ विद्या का पप भी देता था था।। स्नातकों की तीन कोटियां होती थी-
1- व्त स्नातक-
2- विद्या स्नातक-
3- विद्या व्त स्नातक-
वर्तमान समय में समावर्तन संस्कार समाप्त हो गया ैैसमाप्ा शिक्षा का सारा स्वरूप ही बदल गया है। " विशsprechend समावव्तन संस्कार एक या अनेक शिष्यों का एक साथ भी होता था। " वे. "
Es ist obligatorisch zu erhalten Guru Diksha von Revered Gurudev, bevor er Sadhana ausführt oder einen anderen Diksha nimmt. Kontaktieren Sie bitte Kailash Siddhashram, Jodhpur bis E-Mail , Whatsapp, Telefon or Anfrage abschicken um geweihtes und Mantra-geheiligtes Sadhana-Material und weitere Anleitung zu erhalten,