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Die Verehrung der zehn Mahavidyas gilt als die beste Errungenschaft des Lebens. Dies sind die Symbole der zehn Arten von Kräften. Bei wichtigen Anlässen ist die Verehrung der Mahavidyas notwendig, um das fehlende Machtelement im Leben auszugleichen. Sie gilt als Glücksbringer .
धूमावती दस महाविद्याओं में एक है, जिस प्रकार तारा बुद्धि और समृद्धि की, त्रिपुर सुन्दरी पराक्रम एवं सौभाग्य की सूचक मानी जाती हैं। " "
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धूमावती महाविद्या को 'दाूण विद्या' भी कहा जाता है, सृष्टि में भी दुःख दुःख व्याधियां, बाधायें हैं, उन के शमन हेतु श श्ेष्ठतम साधन मा मानी मानी मानी मानी मानी माती श शावती्ठतम साधना मanten मauber जो व्यक्ति या साधक इस महाशक्ति की आराधना-उपासना करता है, ये उस साधक पर अति प्रसन्न होकर उसके शत्रुओं का भक्षण तो करती ही हैं, साथ ही उसके जीवन में धन-धान्य, समृद्धि की कमी नहीं होने देती, इसीलिये ये लक्ष्मी के नाम "
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आपका व्यक्तित्व प्रखर और तेजस्वी हो, जिससे शत्रु भयभीत रहे और आपके सामने खड़ा ना हो सके, जिससे रोग, ऋण और दरिद्रता समूल नष्ट हो सके, जिससे पत्नी और पुत्र सही मार्ग पर आकर आपके लिये सहायक हो सके, इस प्रकार से आपका जीवन ज्यादा सुखमय, आनन्ददायक और सभी श्रेष्ठताओं से युक्त हो हो से युक्त हो
In tantrischen Büchern werden viele Rituale zur Eliminierung von Feinden beschrieben, aber unser Ziel ist es, Feinde zu unseren Gunsten zu machen und ihre Feindschaft zu beenden, und dabei ist Dhumavati Sadhana das Beste und erzielt sofortige Wirkung.
" इसीलिए तो उच्चकोटि के शास्त्रों में धूमावती को श्रेष्ठतम बताया है, उन्होंने स्पष्ट किया है कि यदि साधक धूमावती जयन्ती पर धूमावती साधना सम्पन्न कर लेता है तो उसे सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति और सभी प्रकार की बाधाओं से निवृत्ति प्राप्त होती ही है। "
" " वास्तव में जो साधक सही अर्थो में साधना करना चाहते हैं व धूमावती को प्रत्यक्ष रूप से अपना सहायक बनाना चाहते है, जो वास्तव में पूर्णता से अपने शत्रुओं का संहार कर भगवती धूमावती की पूर्ण कृपा चाहते हैं, जो सभी प्रकार के शत्रुओं को परास्त कर पूर्ण विजय प्राप्त करना चाहते है, उन साधकों के लिये धूमावती सिद्धि अवतरण पर्व पूर्ण वरदान स्वरूप है, क्योंकि यह मात्र कोई सामान्य दिवस ना होकर एक सिद्धता युक्त श्रेष्ठ मुहुर्त है और ऐसे सिद्धि प्रदायक दिवस पर साधना, मंत्र जाप का कोटि-कोटि स्वरूप में फल प्राप्त होता है। "
Shatru Mardan Dhumavati Sadhana
आज के इस प्रति स्पर्धावादी युग में यह कहाँ सम्भव हो पाता है कि व्यक्ति कुछ क्षण सुख से आनन्द से व्यतीत कर सके उसे तो नित्य कोई न कोई समस्या घेरे ही रहती है और उन्हीं से जूझते हुये उसकी शक्ति समाप्त होती जाती है ऐसी परिस्थितियों में उसे शाी ी शक्ति के साथ-साथ दैविक की भी आवश्यकता पड़ती है।।।।। की की आवश आवशsprechung
" " " इसीलिये आज के इस.
धूमावती दस महाविद्याओं में सर्वश्रेष्ठ है जिनका एक स्वरूप धूम्र विलोचन भी है, जिसकी साधना प्रचण्ड शत्रु नाश, विपत्ति निवारक, संतान रक्षा, सम्पत्ति की प्राप्ति के लिये मुख्य रूप से की जाती है। " "
धूमावती जयंती या किसी भी मंगलवा größer Oh " सामने तेल का दीपक जलाकर पंचोपचार पूजन सम्पन्न ेन कन "
" यह साधना अत्यन्त विशिष्ट फल प्दायक है, बाधाओं के साथ ही यह साधना जीवन अन्य अभावों का भी पूपू्णतणत से शमन क क है है।।।। का का भी पू पू पू से क क है है है।।। का का भी पू से शमन क क है है।।। कावों
Tantrokt Dhumra Varahi Shakti Sadhana
" " " साधक साधना सम्पन्न कfluss
धूमावती जयन्ती के दिन या किसी भी तांत्रोक्त शक्ति युक्त शनिवार को स्नान आदि से निवृत होकर सफेद वस्त्र धारण कर दक्षिण दिशा की ओर मुंह कर बैठ जाये और तांत्रोक्त धूमावती यंत्र और वाराही शक्ति अंकुर को ताम्र पात्र में स्थापित कर तेल का दीपक प्रज्जवलित कर पूजन सम्पन्न करे व अपनी मनोकामनायें व्यक्त करे। "
यह मंत्र अपने आप में अत्यंत तेजस्वी और महत्वपूर ईि "
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मानव आज अपना जीवनयापन कठिन परिस्थतियों में रहकर कर रहा है, चाहे वह किसी संस्था में कार्यरत हो या व्यवसाय कर रहा हो अथवा किसी अन्य क्षेत्र में कठिनाई, बाधायें, शत्रु बाधा एवं प्रतिस्पर्धा आदि चुनौतियां हर पल व्यक्ति को अधोगति की ओर क्रियाशील कर रही है । " इसके समाधान एवं अपने क्षेत्र में निष्कंटक पiment
जीवन. जिससे साधक को आत्मविश्वास से युक्त शक्ति, सौन्दर्य, बल, बुद्धि, पराक्रम शक्ति प्राप्त होती है साथ ही दुःखों को दूर और संकटों का नाश कर अपने लक्ष्यों की प्राप्ति होगी। " "
भगवान सदाशिव महादेव द्वारा अवतरित धूमावती शक्ति पर्व पर सद्गुरूदेव जी से सर्व सफलता प्राप्ति धूम्र वाराही दीक्षा ग्रहण करने से जीवन के कष्ट पीड़ा रूपी असुरी कुशक्तियों, तंत्र पिशाच, प्रेत बाधाओं पितृदोष से मुक्ति प्राप्त हो सकेगी। "
Es ist obligatorisch zu erhalten Guru Diksha von Revered Gurudev, bevor er Sadhana ausführt oder einen anderen Diksha nimmt. Kontaktieren Sie bitte Kailash Siddhashram, Jodhpur bis E-Mail , Whatsapp, Telefon or Anfrage abschicken um geweihtes und Mantra-geheiligtes Sadhana-Material und weitere Anleitung zu erhalten,